................................................................ ................................................................ बक्कर तो बेहद करता हूँ मैं .. पर, बातें तुम्हारे साथ पूरी होने लगी है .. नज़रे इधर उधर भी रखता हूँ मैं .. पर, आंखें तुमसे ही मिलना शुरू हुई है .. ख्याली पुलाव भी खूब बुनता हु मैं .. पर, कहानी तुमसे सुलझने लगी है .. गणित में बेइन्तेहां कमज़ोर… Continue reading क्या आप भी बक्कर बाज़ हैं।